निजी क्षेत्र के एक्सिस बैंक की प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी शिखा शर्मा ने कहा है कि कुछ कर्मचारियों ने संगठन की प्रतिष्ठा को आघात पहुंचाया है. उन्होंने कहा कि कुछ कर्मचारियों के बर्ताव से हमें शर्मिंदगी और परेशानी उठानी पड़ी है.
शर्मा ने बताया कि बैंक ने अधिक सेफगार्ड्स सुनिश्चित करने और जांच पड़ताल को बढ़ाने के लिए केपीएमजी को फॉरेंसिंक ऑडिट नियुक्त किया है.
एक्सिस बैंक के ग्राहकों को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि बैंक की बुनियाद मजबूत है. खातों की गतिविधियों में अचानक आई तेजी के मद्देनजर बैंक ने खुद ही आगे बढ़कर संदिग्ध खातों की पहचान की है.
उन्होंने कहा, 'हमारे कुछ कर्मचारियों की गतिविधियों पर हालिया मीडिया रिपोर्टों से मुझे शर्मिंदगी और निराशा हुई है. कुछ लोगों ने हमारी तरह अनुपालन वाली ठोस प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया, जिसकी वजह से हम अपनी उम्मीदों पर ही खरे नहीं उतर पाए. हमने ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है और हमारी आचार संहिता से अलग हटकर काम करने वालों के खिलाफ आगे भी ऐसे ही कदम उठाए जाएंगे.
उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की गड़बड़ियों से हमारे 55,000 से अधिक कर्मचारियों की मेहनत पर पानी फिर गया, जिसका मुझे खेद है. आयकर विभाग ने पिछले सप्ताह एक्सिस बैंक की नोएडा शाखा पर छापेमारी कर 20 फर्जी कंपनियों के खातों से करीब 60 करोड़ रुपये की राशि पकड़ी थी. शर्मा ने कहा कि बैंक ने खुद पहल करते हुए संदिग्ध खातों की पहचान कर इसके बारे में नियामकीय प्राधिकरणों को आगे की जांच के लिए सूचना दी.
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