कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने कर्मचारियों के ईपीएफ खातों पर 2013-14 के लिए ब्याज दर बढ़ाकर 8.75 प्रतिशत करने का आज निर्णय किया। इस पहल से करीब 5 करोड़ अंशधारकों को फायदा होगा।
यहां ईपीएफओ न्यासियों की बैठक के बाद श्रम मंत्री आस्कर फर्नांडीज ने संवाददाताओं को इस निर्णय की जानकारी दी। उन्होंने कहा, हमने 2013-14 के लिए 8.75 प्रतिशत ब्याज दर की सिफारिश सरकार से की है। ईपीएफओ का केंद्रीय न्यासी बोर्ड इस संगठन का शीर्ष निर्णयक निकाय है। न्यासी बोर्ड ने आज बैठक की और चालू वित्त वर्ष के लिए ब्याज दर बढा कर 8.75 करने को मंजूरी दी।
सूत्रों के मुताबिक, ईपीएफओ के पास इस समय इतनी आरक्षित राशि है कि इससे ईपीएफ खाताधारकों को बढी दर से ब्याज दिया जा सकता है। वर्ष 2012.13 के लिए ब्याज दर 8.5 प्रतिशत थी।
ईपीएफओ की सिफारिश पर वित्त मंत्रालय विचार करेगा। मंत्रालय द्वारा निर्णय पर मुहर लगाने के साथ ब्याज अंशधारकों के खाते में डाल दिया जाएगा।
सूत्रों ने कहा कि ब्याज दर बढ़ाने का निर्णय आगामी लोकसभा चुनावों को देखते हुए किया गया है। ईपीएफओ को चालू वित्त वर्ष में 20,796.96 करोड़ रुपये की आय होने का अनुमान है।
अंशधारकों को 8.5 प्रतिशत की ब्याज दर का भुगतान करने के लिए 20,740 करोड़ रुपये की जरूरत होगी और इसके बाद ईपीएफओ के पास 56.96 करोड़ रुपये बचेंगे।