विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा नीतिगत दरों में कटौती के मद्देनजर जनवरी में भारतीय पूंजी बाजार में 33,688 करोड़ रुपये का निवेश किया, जो पिछले छह महीने का उच्चतम स्तर है।
सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड (सीडीएसएल) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक एफआईआई ने जनवरी में 12,919 करोड़ रुपये (2.1 अरब डॉलर) के शेयर खरीदे, जबकि 20,769 करोड़ रुपये (3.34 अरब डॉलर) के बांड खरीदे। इस प्रकार उनका कुल निवेश 33,688 करोड़ रुपये (5.45 अरब डॉलर) रहा।
यह जुलाई से अब तक का उच्चतम निवेश है। उस समय एफआईआई का निवेश 36,046 करोड़ रुपये रहा था। पिछले साल नई नियामकीय प्रणाली लागू किए जाने के बाद इन निवेशकों को एफपीआई या विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक का नाम दिया गया था।
बाजार विश्लेषकों ने कहा कि भारी निवेश प्रवाह की मुख्य वजह मुद्रास्फीति का निम्न स्तर और रिजर्व बैंक द्वारा दरों में कटौती रही। रिजर्व बैंक ने 14 जनवरी को नीतिगत दरों में 0.25 प्रतिशत की कटौती की थी।