सरकार के सुधार के एजेंडे पर बड़ा दांव लगाते हुए विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने इस महीने अब तक भारतीय बाजारों में 5 अरब डॉलर से अधिक का निवेश किया। इस तरह इस साल की शुरुआत से लेकर अब तक एफआईआई ने 25 अरब डॉलर का निवेश किया है।
ताजातरीन आंकड़ों के मुताबिक विदेशी निवेशकों ने इक्विटी बाजार में 1 से 25 जुलाई तक 2.2 अरब डालर (13,166 करोड़ रुपये) का निवेश किया था, जबकि ऋण प्रतिभूति बाजार में 3 अरब डालर (17,829 करोड़ रुपये) का निवेश किया, जिससे उनका कुल निवेश बढ़कर 5.2 अरब डॉलर (30,995 करोड़ रुपये) हो गया।
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि विदेशी निवेशकों ने मुख्य तौर पर केंद्र की नई सरकार के सुधार के एजेंडे के मद्देनजर भारतीय बाजार में बड़ा दांव लगाया है। उनका मानना है कि सरकार द्वारा घोषित पहलों के मद्देनजर आने वाले महीनों में विदेशी निवेश जारी रहेगा।
मंत्रिमंडल ने बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा 26 प्रतिशत से बढ़ाकर 49 प्रतिशत करने की मंजूरी दी है, जिससे 25,000 करोड़ रुपये का विदेशी विदेशी निवेश आएगा। इसके अलावा सरकारी प्रतिभूति में एफआईआई की निवेश की सीमा में 5 अरब डॉलर की बढ़ोतरी की गई है। कुल निवेश की सीमा 30 अरब डॉलर है।
सरकार रेल और रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा बढ़ाने पर जल्दी ही फैसला कर सकती है। इस साल की शुरुआत से अभी तक विदेशी निवेशकों ने प्रतिभूति बाजार में 25.5 अरब डॉलर (1.53 लाख करोड़ रुपये) का निवेश किया है। इसमें से 72,961 करोड़ रुपये का निवेश शेयर बाजारों में, 80,663 करोड़ रुपये का निवेश ऋण बाजार में किया गया है।