निवेश व लोक आस्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव नीरज गुप्ता ने कहा कि पर्याप्त कोष व योग्यता वाली कोई भी इकाई एयर इंडिया में 76 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए बोली लगा सकती है. उन्होंने कहा कि उद्यम पूंजी (वीसी) कोष सार्वजनिक उपक्रमों के विनिवेश कार्यक्रम में भाग ले सकते हैं और वे सार्वजनिक आस्तियों के लिए बोली लगाने हेतु घरेलू कंपनियों से गठजोड़ कर सकते हैं. सरकार सार्वजनिक क्षेत्र की विमानन कंपनी एयर इंडिया में बहुलांश हिस्सेदारी बेचने की तैयारी में है. इसके तहत कंपनी का प्रबंध नियंत्रण भी सफल बोलीदाता को सौंप दिया जाएगा.
गुप्ता ने एसोचैम के एक कार्यक्रम में कहा, ‘हम एयर इंडिया के अधिग्रहण के लिए केवल किसी विमानन कंपनी की ओर नहीं देख रहे .. वित्त मुख्य मानदंड है तथा इस तरह की संपति का अधिग्रहण करने और उसका परिचालन करने की क्षमता इस मामले में मुख्य मानदंड है.’
सरकार ने उक्त विनिवेश के लिए शुरुआती सूचना ज्ञापन पिछले महीने जारी किया. इसके अनुसार बोलीदाता का कम से कम 5000 करोड़ रुपये का निवल मूल्य होना जरूरी है. एयर इंडिया पर कुल मिलाकर 49,000 करोड़ रुपये का कर्ज है.