प्याज, टमाटर जैसी सब्जियों एवं फलों के दाम बढ़ने से अक्टूबर माह में खुदरा मुद्रास्फीति 10.09 प्रतिशत पर पहुंच गई। सात माह बाद खुदरा मुद्रास्फीति फिर से दहाई अंक में पहुंची है।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति सितंबर में 9.84 प्रतिशत पर थी और इससे पिछले महीने यह 9.52 फीसद पर थी। अक्टूबर में सब्जियों के दाम एक साल पहले की तुलना में 45.67 प्रतिशत बढ़े। इससे पिछले महीने इनके दाम 34.93 फीसद ऊंचे थे। सरकार द्वारा आज जारी आंकड़ों के अनुसार इस दौरान फल 12.84 प्रतिशत महंगे हुए।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति इस साल मार्च तक करीब एक साल तक दहाई अंक में रहने के बाद अप्रैल में घटकर 9.39 प्रतिशत रह गई थी।
अक्टूबर में खाद्य एवं ब्रेवरेज खंड की मुद्रास्फीति 12.56 प्रतिशत रही जो सितंबर में 11.44 प्रतिशत थी। आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के लिए शुरुआती मुद्रास्फीति की दर क्रमश: 10.11 प्रतिशत व 10.2 प्रतिशत रही।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के लिए राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण संगठन द्वारा चुनिंदा कस्बों तथा डाक विभाग द्वारा चुनिंदा गांवों से आंकड़े जुटाए जाते हैं।