नागर विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू ने मंगलवार को कहा कि हवाई किराए की सीमा तय करने से टिकटों के दाम बढ़ जाएंगे क्योंकि एयरलाइनों के बीच प्रतिस्पर्धा से किराए कम बने हुए हैं।
नागर विमानन मंत्री का यह बयान इस लिहाज से मायने रखता है कि कुल हलकों में यह चिंता है कभी कभी विमानन कंपनियां मनमाना किराया वसूलती हैं।
पिछले साल सांसदों सहित विभिन्न तबकों की ओर से हवाई किराए में उतार-चढ़ाव पर अंकुश रखने के लिए एक व्यवस्था बनाने की मांग उठी थी। मंत्री ने कहा कि विमानन कंपनियों को एटीएफ की कीमतों में कमी का लाभ यात्रियों को पहुंचाना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘हम विमानन कंपनियों से कम एटीएम मूल्यों का लाभ ग्राहकों तक पहुंचाने का अनुरोध करते रहे हैं। हाल तक विमानन कंपनियों को मुश्किल दौर से गुजरना पड़ा और अब वे इनसे उबर चुकी हैं। उनके खाते बेहतर स्थिति में है जिसका श्रेय एटीएफ के कम मूल्य को जाता है।’’
विमान परिचालन लागत में 40 प्रतिशत से अधिक योगदान विमान ईंधन का है। हाल के दिनों में एटीएफ के दाम घटने से विमानन कंपनियों पर वित्तीय बोझ घटा है। एक फरवरी को एटीएफ के दाम 12 प्रतिशत तक घटाए गए।