नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) में पूर्व महानिदेशक (ऑडिट) आरपी सिंह 15 जनवरी को 2-जी घोटाले पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के समक्ष हाजिर होंगे।
सिंह ने आरोप लगाया था कि उन पर 2-जी स्पेक्ट्रम की नीलामी में हुए नुकसान के बारे में विवादास्पद रपट पर हस्ताक्षर करने के लिए दबाव था।
समिति के समक्ष सिंह की यह दूसरी पेशी होगी। भाजपा के सदस्यों ने हाल ही में उन्हें सिंह को दुबारा समिति के समक्ष बुलाने की मांग की थी।
सिंह ने कहा था कि उन्होंने अपनी मसौदा रपट में कभी भी 1.76 लाख करोड़ रुपये के आंकड़ा पेश नहीं किया। सिंह के दोबारा समिति के समक्ष आने से 1.76 लाख करोड़ रुपये का अनुमानिक घाटा आंकड़ा फिर चर्चा में आ सकता हैं।