विदेशी निवेशकों ने इस महीने अब तक पूंजी बाजारों से करीब 18,000 करोड़ रुपये (2.65 अरब डालर) की पूंजी निकासी की है. मुख्य रूप से वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के दाम में तेजी तथा अमेरिका और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के कारण यह निकासी की गयी है. विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने अप्रैल में पूंजी बाजार से 15,500 करोड़ रुपये से अधिक की निकासी की.
ताजा आंकड़ों के अनुसार एफपीआई ने 2 से 18 मई के बीच शेयर बाजारों से 4,830 करोड़ रुपये तथा बांड बाजार से 12,947 करोड़ रुपये निकाले. कुल मिलाकर 17,771 करोड़ रुपये की निकासी की गयी.
आनलाइन निवेश की सुविधा देने वाली ग्रो के मुख्य परिचालन अधिकारी हरीश जैन ने कहा कि निकासी का कारण कच्चे तेल के भाव में तेजी तथा अमेरिका-ईरान के बीच बढ़ता तनाव है.
इस साल अब तक एफपीआई ने शेयरों में 3,600 करोड़ रुपये लगाये जबकि बांड बाजार से करीब 24,000 करोड़ रुपये निकाले.