फेसबुक के बाद अब अमेरिका की अग्रणी निवेश कंपनी जनरल अटलांटिक ने भी अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी की कंपनी जियो प्लेटफॉर्म्स में अल्पांश हिस्सेदारी के लिये करीब छह हजार छह सौ करोड़ रुपये का निवेश किया है. रिलायंस इंडस्ट्रीज ने रविवार को एक बयान में बताया कि जनरल अटलांटिक ने उसकी डिजिटल इकाई जियो प्लेटफॉर्म्स में 1.34 प्रतिशत हिस्सेदारी के बदले 6,598.38 करोड़ रुपये का निवेश किया है. यह जनरल अटलांटिक का एशिया की किसी भी कंपनी अभी तक का सबसे बड़ा निवेश होगा. जियो प्लेटफॉर्म्स ने अब तक चार हफ्तों से भी कम समय में फेसबुक, सिल्वर लेक पार्टनर्स, विस्टा इक्विटी पार्टनर्स और जनरल अटलांटिक सहित प्रमुख प्रौद्योगिकी निवेशकों से 67,194.75 करोड़ रुपये जुटाये हैं.
इससे पहले जियो प्लेटफॉर्म्स में फेसबुक ने 43,574 करोड़ रुपये में 9.99 प्रतिशत, सिल्वर लेक ने 5,665.75 करोड़ रुपये में 1.15 प्रतिशत और विस्टा इक्विटी ने 11,367 करोड़ रुपये में 2.32 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी थी. अब तक के इन चार सौदों में जियो प्लेटफॉर्म्स की 14.8 प्रतिशत हिस्सेदारी बेची जा चुकी है. आने वाले समय में इस तरह के और भी सौदे होने की उम्मीद है. अंबानी ने पिछले साल अगस्त में लक्ष्य तय किया था कि उन्हें मार्च 2021 तक रिलायंस इंडस्ट्रीज को कर्ज मुक्त कंपनी बनाना है. इन सौदों को देखते हुए अंबानी का लक्ष्य इसी साल दिसंबर तक पूरा हो जाने का अनुमान है.
मार्च तिमाही के अंत में रिलायंस के पास 1,75,259 करोड़ रुपये की नकदी थी और उसके ऊपर 3,36,294 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया था. इस तरह मार्च अंत में कंपनी पर कुल शुद्ध कर्ज भार 1,61,035 करोड़ रुपये था. रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा, "मैं कई दशक से जनरल अटलांटिक को जानता हूं और भारत की तेज वृद्धि की संभावनाओं में उसके भरोसे का कायल रहा हूं. हम जनरल अटलांटिक की साबित वैश्विक विशेषज्ञता और प्रौद्योगिकी में निवेश करने के 40 साल के रणनीतिक अनुभव का जियो के हित में लाभ उठाने को लेकर उत्साहित हैं.'