सिर्फ आठ निजी कम्पनियों को पिछले तीन सालों में सीआईएसएफ की सुरक्षा मुहैया कराकर केंद्र सरकार ने करीब सौ करोड़ रुपये कमाए हैं. इन निजी कम्पनियों में रिलायंस, बाबा रामदेव की पतंजलि और टाटा स्टील जैसी कम्पनियां शामिल हैं.
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरेन रिजीजू ने मंगलवार को लोकसभा में बताया कि सीआईएसएफ के कानून में 2009 में बदलाव किया गया था और तब से वह कुछ निजी कम्पनियों को सुरक्षा दे रही है. इसके बदले यह कम्पनियां उन्हें पैसा दे रही हैं. पिछले तीन सालों में आठ निजी कम्पनियों से 99.21 करोड़ रुपये की कमाई सीआईएसएफ को हुई है.
गृह मंत्रालय द्वारा दिए गए आकड़ों के मुताबिक सबसे ज्यादा कमाई सीआईएसएफ को गुजरात में रिलायंस इंडस्ट्री से हो रही है. इस साल पहले दस महीनों में उसे 8,54,89,254 करोड़ रुपये मिल चुके हैं.
इसके बाद नम्बर आता है ओडिसा में कलिंगनगर में स्थित टाटा स्टील फैक्ट्री का. पहले दस महीनों में सीआईएसएफ को यहां से 8,32,57,657 करोड़ रुपये की कमाई हो चुकी है. तीसरे नंबर पर है महाराष्ट्र के पुणे में इन्फोटेक का. इससे इस साल सीआईएसएफ को 6,08,54,866 करोड़ रुपये की कमाई हुई.
सीआईएसएफ कर्नाटक में इन्फोसिस बेंगलुरू और इलेक्ट्रॉनिक सिटी सहित तीन कम्पनियों को सुरक्षा देती है. गुजरात में रिलायंस के अलावा मुंदरा और उत्तराखंड में बाबा रामदेव की पतंजलि फूड और हर्बल पार्क को भी सुरक्षा मुहैया कराती है. हालांकि बाबा रामदेव से इस साल उसे सिर्फ 1,31,95,252 करोड़ रुपये की कमाई हुई है.