निजी क्षेत्र के आईसीआईसीआई बैंक का एकल शुद्ध मुनाफा 30 जून, 2013 को समाप्त तिमाही के दौरान 25 प्रतिशत बढ़कर 2,274.21 करोड़ रुपये हो गया। ऐसा ब्याज से होने वाली आय (एनआईआई) में बढ़ोतरी के कारण हुआ।
देश के निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक का एकल शुद्ध मुनाफा वित्तवर्ष 2012-13 की अप्रैल-जून की तिमाही में 1,815.05 करोड़ रुपये था। चालू वित्तवर्ष की जून की तिमाही में बैंक की शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) 20 प्रतिशत बढ़कर 3,820 करोड़ रुपये हो गया, जबकि कुल आय 13 प्रतिशत बढ़कर 12,905 करोड़ रुपये हो गई।
बैंक की गैर निष्पादक आस्तियां (एनपीए) पहली तिमाही के अंत तक बढ़कर 0.69 प्रतिशत हो गईं, जो पिछले साल की इसी तिमाही में 0.64 प्रतिशत थीं। एनपीए के लिए इस तिमाही में धन का प्रावधान बढ़ाकर 593 करोड़ रुपये कर दिया गया, जबकि पिछले साल की इसी तिमाही में यह 466 करोड़ रुपये था। हालांकि शुद्ध ब्याज मार्जिन पहली तिमाही के अंत तक बढ़कर 3.27 प्रतिशत हो गया, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में यह 3.01 प्रतिशत था।
जून की तिमाही में कुल ऋण 12 प्रतिशत बढ़कर 3,01,370 करोड़ रुपये हो गया। एकीकृत आधार पर आईसीआईसीआई बैंक का शुद्ध मुनाफा पहली तिमाही में 32 प्रतिशत बढ़कर 2,747 करोड़ रुपये हो गया। पिछले वित्तवर्ष की पहली तिमाही में बैंक को 2,077 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध मुनाफा हुआ था।