इस बार दिवाली पर भारतीय कंपनियां गिफ्ट का बजट 50 प्रतिशत घटाएंगी। महंगाई की ऊंची दर तथा मुनाफे में लगातार आ रही गिरावट के मद्देनजर कंपनियां इस बार दिवाली पर उपहार देने में कंजूसी बरतेंगी।
उद्योग मंडल एसोचैम के सर्वेक्षण में यह तथ्य सामने आया है। सर्वेक्षण में कहा गया है कि इस साल कारोबारी घराने दिवाली पर ज्यादा हंगामे के लिए तैयार नहीं हैं। उन्होंने अपने गिफ्ट के बजट में उल्लेखनीय कटौती की है। सर्वेक्षण में शामिल 150 कंपनियों में से करीब 30 ने कहा कि इस साल वे उपहार देंगी ही नहीं।
इसमें कहा गया है कि भारतीय उद्योग जगत इस दिवाली कॉरपोरेट गिफ्ट बजट में 45 से 50 फीसद की कटौती करेगा। लागत में बढ़ोतरी और आमदनी तथा मुनाफे में आई गिरावट के मद्देनजर यह कदम उठाया जा रहा है। ज्यादातर कंपनियों का कहना था कि इस साल वे अपने 'कॉरपोरेट कनेक्शनों' के लिए उपहार पर कम खर्च करेंगी। उन्होंने उपहार बजट में उल्लेखनीय कटौती की है।
सर्वेक्षण में शामिल कंपनियों का कहना है कि देश और विदेश में आर्थिक सुस्ती तथा औद्योगिक वृद्धि दर में आ रही गिरावट, महंगाई की दर तथा परिचालन लाभ में कमी की वजह से उन्हें अपने उपहार बजट में कटौती करनी पड़ रही है।
एक और खास बात। पहले जहां कंपनियां दिवाली पर उपहार के रूप में ड्राई फ्रूट्स के बड़े-बड़े पैक, लग्जरी सामान और सोने के सिक्के बांटती थीं, वहीं इस बार उनका स्थान डिजिटल कैमरा, घड़ियां, पेन, पर्स, चॉकलेट तथा स्मार्टफोन ने ले लिया है। इसमें कहा गया है कि इस साल ड्राई फ्रूट का कारोबार ठंडा चल रहा है। कई कंपनियों के प्रतिनिधियों ने बताया कि इस बार उन्होंने अपने कर्मचारियों के लिए सालाना दिवाली पार्टी का आयोजन भी नहीं करने का फैसला किया है।