भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा इस्पात उत्पादक देश बन गया है। उसने इस्पात उत्पादन के मामले में अमेरिका को पीछे छोड़ दिया है।
चालू साल के पहले दो माह में देश का इस्पात उत्पादन 1.45 करोड़ टन रहा है। अभी तक भारत पिछले पांच साल से इस्पात उत्पादन में चीन, जापान और अमेरिका के बाद चौथे स्थान पर चल रहा था।
विश्व इस्पात संघ (डब्ल्यूएसए) के आंकड़ों के अनुसार जनवरी-फरवरी में भारत की इस्पात उत्पादन की वृद्धि दर सबसे अधिक यानी 7.6 प्रतिशत रही। इस दौरान वैश्विक वृद्धि सिर्फ 0.6 प्रतिशत रही। वैश्विक उत्पादन 12.76 करोड़ टन रहा।
वैश्विक इस्पात उत्पादन में लगभग आधा चीन में होता है। इस अवधि में चीन का इस्पात उत्पादन डेढ़ प्रतिशत घटकर 6.5 करोड़ टन रहा। दुनिया के दूसरे सबसे बड़े उत्पादक जापान का उत्पादन भी 2.2 प्रतिशत घटकर 1.74 करोड़ टन रहा।
अमेरिका 2010 से लगातार इस्पात उत्पादन में तीसरे स्थान पर बना हुआ था। जनवरी-फरवरी में अमेरिका का इस्पात उत्पादन 1.35 करोड़ टन रहा।