घरेलू विमान कंपनियों में इंडिगो विमानन कंपनी सबसे आगे चल रही है. पिछले महीने इसकी बाजार हिस्सेदारी 40 फीसदी रही और कुल 38.26 लाख यात्रियों ने उड़ान भरी. उसके बाद जेट एयरवेज की 15.2 फीसदी और एयर इंडिया की 13.0 फीसदी बाजार हिस्सेदारी रही. जनवरी से जून 2017 तक घरेलू विमान कंपनियों के माध्यम से 561.55 लाख यात्रियों ने यात्रा की, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान 475.79 लाख यात्रियों ने यात्रा की थी. इस तरह इसमें कुल 18.03 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई.
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समय पर उड़ान शुरू करने के मामले में भी इंडिगो शीर्ष पर रही और इसकी 86.1 फीसदी उड़ानें समय पर रवाना हुई. उसके बाद विस्तारा (80.8 फीसदी) और स्पाइसजेट (79.8 फीसदी) रही. पैसेंजर लोड फैक्टर के संदर्भ में 94.5 फीसदी के साथ स्पाइसजेट सबसे आगे रही. एयर एशिया की 89.6 फीसदी सीटें भरी रही, उसके बाद गो एयर की 89.4 फीसदी सीटें भरी रही.
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विमान यात्रा रद्द करने के मामले इंडिगो एयरलाइंस में सबसे ज्यादा रहे. कुल 13,254 यात्रियों को यात्रा रद्द होने से असुविधा हुई, जिसमें 6,982 यात्री इंडिगो के, जेट एयरवेज और जेट लाइट के साथ मिलकर कुल 1,194 यात्री रहे.
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पिछले महीने विमानन कंपनियों ने उड़ान रद्द करने पर 37.31 लाख रुपये का हर्जाना दिया, जबकि विमान में नहीं बिठाने पर 69.28 लाख रुपये का मुआवजा दिया.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)