देश की थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर फरवरी में बढ़कर 6.84 फीसदी दर्ज की गई, जो जनवरी में 6.62 फीसदी थी। ईंधन, खाद्य और सब्जियों की कीमतें बढ़ने का महंगाई दर में वृद्धि में सर्वाधिक योगदान रहा।
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा गुरुवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक आलोच्य महीने में साल दर साल आधार पर प्याज की कीमत 154.33 फीसदी, आलू की कीमत लगभग दो गुना और मोटे तौर पर सभी सब्जियों की कीमत 12.11 फीसदी बढ़ी।
अनाजों और ईंधन मूल्य में भी काफी वृद्धि हुई। पिछले साल फरवरी में थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित यह दर 7.56 फीसदी थी।
दिसम्बर के लिए इस दर को 7.18 फीसदी से संशोधित कर 7.31 फीसदी कर दिया गया है।
मौजूदा कारोबारी साल में अब तक की औसत महंगाई दर 5.71 फीसदी दर्ज की गई, जो पिछले कारोबारी साल की समान अवधि में 6.56 फीसदी थी।
अनाज 19.19 फीसदी महंगा हुआ। चावल 18.84 फीसदी, गेहूं 21.63 फीसदी और दाल 14.96 फीसदी महंगा हुआ।
ईंधन और बिजली 10.47 फीसदी महंगा हुआ। रसोई गैस 26.21 फीसदी और डीजल 19.19 फीसदी महंगा हुआ।
एंजल ब्रोकिंग के अर्थशास्त्री भुपाली गुरसाले ने कहा, "विनिर्माण क्षेत्र में हालांकि महंगाई दर में गिरावट जारी रही और प्रमुख उद्योगों में यह दर 3.8 फीसदी रही।"
उन्होंने कहा, "इसके कारण भारतीय रिजर्व बैंक 19 मार्च की मौद्रिक नीति समीक्षा में प्रमुख दरों में कटौती करने का फैसला कर सकता है, क्योंकि मौद्रिक नीति का झुकाव अब विकास की ओर है।"