सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की अग्रणी कंपनी इन्फोसिस लिमिटेड का मुनाफा जून तिमाही में उम्मीद से बेहतर पांच प्रतिशत बढ़ा है। इसके साथ ही कंपनी ने पूरे साल का बिक्री अनुमान भी बढ़ाया है। कंपनी के काम के तौर तरीकों में बदलाव से उसे नये अनुबंध मिले हैं।
देश की दूसरी सबसे बड़ी आउटसोर्सिंग कंपनी का अप्रैल-जून तिमाही में एकीकृत मुनाफा बढ़कर 3,030 करोड़ रुपये यानी 13.25 रुपये प्रति शेयर हो गया जो पिछले साल इसी अवधि में 2,886 करोड़ रुपये यानी 12.63 रुपये प्रति शेयर था। कंपनी के पहले गैर-संस्थापक मुख्य कार्यकारी के नेतृत्व में चालू वित्त वर्ष के लिये डॉलर के लिहाज से बिक्री अनुमान बढ़ाकर 7.2-9.2 प्रतिशत कर दिया गया है।
इससे पहले अप्रैल में वृद्धि अनुमान 6.2-8.2 प्रतिशत रखा गया था। इन्फोसिस ने अप्रैल-जून तिमाही में 79 ग्राहक जोड़े और ब्रिटेन के डिपार्टमेंट स्टोर श्रृंखला हाउस ऑफ फ्रेजर और संयुक्त अरब अमीरात के शारजाह इस्लामिक बैंक समेत अन्य कंपनियों से ऑर्डर हासिल किए। छह सौदे पांच-पांच करोड़ डॉलर से अधिक के थे।
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान एकीकृत आय 12.4 प्रतिशत बढ़कर 14,354 करोड़ रुपये हो गई जो अप्रैल से जून 2014-15 तिमाही में 12,770 करोड़ रुपये थी। कंपनी के मुख्य कार्यकारी और प्रबंध निदेशक विशाल सिक्का ने कहा, ‘ग्राहकों के साथ अनुभव को नया स्वरूप देने की कोशिश और नवप्रवर्तन को व्यापक तौर पर अपनाने का फायदा बड़े सौदों और बड़े ग्राहकों की वृद्धि के रूप में सामने आ रहा है।’
कोटक सिक्योरिटीज के दिपेन शाह ने कहा कि आय के लिहाज से इन्फोसिस का नतीजा उम्मीद से बढ़कर है। इन्फोसिस अब स्वचालन और आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस जैसी नयी प्रौद्योगिकियों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इन्फोसिस ने दो कंपनियों - स्कावा और कैलिडस - का अधिग्रहण किया है ताकि नयी प्राद्योगिकी क्षमता जोड़ी जा सके और राजस्व बढ़ाया जा सके।
अमेरिकी डॉलर के लिहाज से हालांकि, कंपनी का एकीकृत मुनाफा 2015-16 की पहली तिमाही में 1.3 प्रतिशत घटकर 47.6 करोड़ डॉलर रह गया जबकि आय 5.7 प्रतिशत बढ़कर 2.25 अरब डॉलर रही। इन्फोसिस के मुख्य वित्त अधिकारी राजीव बंसल ने कहा, ‘हम अपने तय मार्जिन दायरे में परिचालन कर रहे हैं।’
उन्होंने कहा कि मूल्यनिर्धारण का माहौल प्रतिस्पर्धी है जिसका समाधान इन्फोसिस स्वचालन और उत्पादन में सुधार के जरिए कर रही है। कंपनी ने समीक्षाधीन तिमाही में 79 ग्राहक जोड़े और 68.8 करोड़ डॉलर के छह बड़े सौदों पर हस्ताक्षर किया। मात्रा के लिहाज से कंपनी की वृद्धि दर 5.4 प्रतिशत रही। अप्रैल से जून 2015 की तिमाही में कंपनी ने 3,336 कर्मचारी जोड़े जिससे यहां कर्मचारियों की संख्या बढ़कर 1,79,523 हो गई। कंपनी छोड़कर जाने वाले कर्मचारी 14.2 प्रतिशत रहे।