आने वाले महीनों में आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) बाजार में गहमागहमी रहने की उम्मीद है. लगभग तीन दर्जन कंपनियां 35,000 करोड़ रुपये मूल्य के निर्गमों के साथ बाजार में उतरने को तैयार है. जिन कंपनियों के आईपीओ आने वाले दिनों में आने हैं उनमें इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी, रेल विकास निगम, इरकॉन इंटरनेशनल, राइट्स, गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स तथा मझगांव डॉक शामिल हैं.
उक्त तीन दर्जन फर्मों में से ज्यादातर कंपनियां आईपीओ से मिलने वाले धन का इस्तेमाल अपने कारोबार के विस्तार तथा कार्यशील पूंजी जरूरतों को पूरा करने के लिए करेंगी. बाजार नियामक सेबी के पास दाखिल किए गए कागजातों के अनुसार उक्त कई कंपनियों को यह भी मानना है कि सूचीबद्ध होने से उनकी ब्रांड वैल्यू बढ़ेगी और मौजूदा शेयरधारकों को फायदा होगा.
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इक्विरस कैपिटल के पूंजी बाजार निदेशक मनीष अग्रवाल ने कहा,‘2017 में आईपीओ के जरिये रिकार्ड धन जुटाया गया. प्राथमिक बाजारों में इस साल भी धन जुटाने की अच्छी गतिविधियां देखे जाने की उम्मीद है.’ इस साल जिन 12 कंपनियों को सार्वजनिक निर्गम लाने की अनुमति मिली है उनमें बार्बेक्यू नेशनल हास्पिटैलिटी, टीसीएनएस क्लोथिंग कंपनी, नजारा टेक्नोलाजीज व देवी सीफूड शामिल है.
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वहीं रूट मोबाइल, क्रेडिटएक्सेस ग्रामीण, सेंबकॉर्प एनर्जी इंडिया, फ्लेमिंगो ट्रैवल रिटेल तथा लोढ़ा डेवलपर्स को आईपीओ के लिए सेबी की मंजूरी का इंतजार है. मर्चेंट बैंकिंग सूत्रों के अनुसार ये कंपनियां कुल मिलाकर लगभग 35,000 करोड़ रुपये जुटा सकती हैं.