सरकार ने बुधवार को संसद को बताया कि नोटबंदी के बाद बैंक खातों में संदिग्ध जमाओं के मामले में करीब 5,100 नोटिस जारी किए गए हैं, जबकि दूसरी तरफ लोगों ने 5,400 करोड़ रुपये की अघोषित आय की बात को स्वीकार किया है. वित्त राज्यमंत्री संतोष कुमार गंगवार ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में राज्यसभा को बताया कि आयकर विभाग ने 1,100 से अधिक तलाशी और जांच अभियान चलाए तथा ऊंची नकद जमा के संदर्भ में संदिग्ध लेनदेन की पुष्टि के लिए 5,100 से अधिक नोटिस जारी किए हैं.
उन्होंने कहा कि इन अभियानों के तहत 10 जनवरी, 2017 तक 610 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य का कीमती सामान बरामद किया गया, जिसमें 513 करोड़ रुपये की नगदी और 5,400 करोड़ रुपये से अधिक की अघोषित आय का खुलासा हुआ.
आयकर विभाग ने 17.92 लाख ऐसे लोगों का भी पता लगाया है जिनके टैक्स भुगतान का ब्योरा उनके खातों में 30 दिसंबर, 2016 को समाप्त 50 दिन की अवधि के दौरान की गई नकद जमा के साथ मेल नहीं खाता है. विभाग ने शुरुआती दौर में इन लोगों से जमा की गई राशि के स्रोत के बारे में ऑनलाइन जानकारी मांगी है.
एक अन्य सवाल के जवाब में गंगवार ने कहा कि 1 अप्रैल, 2014 से लेकर 21, दिसंबर 2016 तक विभाग की प्रवर्तन कार्रवाई से 60,000 करोड़ रुपये से अधिक की अघोषित आय की स्वीकारोक्ति और 2,607 करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति को जब्त किया गया.
(इनपुट भाषा से)