अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण व्यापार महासंघ (जीजेएफ) ने बुधवार को कहा कि जौहरी अपने ग्राहकों तथा कंपनियों को सोने के सिक्कों तथा छड़ों की बिक्री रोकेंगे ताकि चालू खाते के घाटे (कैड) को कम करने में सरकार के प्रयासों में मदद की जा सके।
जीजेएफ के चेयरमैन हरेश सोनी ने मुंबई में जारी एक बयान में कहा, जौहरी समुदाय संकट के समय देश की मदद करने वाला रहा है। हमें इस स्वैच्छिक कार्रवाई के जरिये मदद कर खुशी है। यह छह महीने या कैड संकट में कमी आने तक जारी रहने की संभावना है। बयान में कहा गया है, हालांकि सरकार को विनिर्माण बढ़ाने के लिए बुनियादी कदम उठाने होंगे जिससे मूल्यवर्धित निर्यात बढ़ेगा।
इसके अनुसार महासंघ ने बीते एक सप्ताह में इस बारे में देश भर में स्थानीय जौहरी संघों तथा सदस्यों के साथ बैठकें की हैं। उन्होंने कहा, हमने देश भर में सभी व्यापारियों से सोने के सिक्कों तथा छड़ों की बिक्री रोकने की अपील की है। इनसे नये आर्डर नहीं लेने को कहा गया है।
इसे अनुसार इस कदम से आभूषणों की बिकी तथा रत्न एंव आभूषण गतिविधियों से सृजित मूल्यवर्धित रोजगार प्रभावित नहीं होगा।
उल्लेखनीय है कि चालू खाते का घाटा पिछले वित्त वर्ष में बढ़कर जीडीपी का 4.8 प्रतशत हो गया और इसे रुपये में गिरावट का प्रमुख कारण माना जा रहा है। कैड विदेशी मुद्रा के अंतरप्रवाह तथा बहिर्प्रवाह का अंतर है।