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प्राइवेट नौकरी कर रहे हैं तो नौकरी बदलने के लिए ये वजहें काफी हैं...

एक सीधा सवाल : क्या आप नौकरी बदलने की सोच रहे हैं? एक दूसरा मगर थोड़ा टेढ़ा सवाल : क्या आपको नौकरी बदल लेनी चाहिए? हम जानते हैं आप स्मार्ट हैं, और इन दोनों सवालों के बीच का अंतर आप समझ गए होंगे.
NDTV Profit हिंदीPooja Prasad
NDTV Profit हिंदी01:01 PM IST, 16 Dec 2016NDTV Profit हिंदी
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एक सीधा सवाल : क्या आप नौकरी बदलने की सोच रहे हैं? एक दूसरा मगर थोड़ा टेढ़ा सवाल : क्या आपको नौकरी बदल लेनी चाहिए?  हम जानते हैं आप स्मार्ट हैं, और इन दोनों सवालों के बीच का अंतर आप समझ गए होंगे.

यदि आप नौकरी बदलने की सोच रहे हैं तो बहुत हद तक संभव है कि ऐसा सोचने के आपके पास कारण मौजूद हों. लेकिन यदि आप एक नौकरी लगातार कुछ समय/कुछ साल से करते आ रहे हैं तो आपको खुद से पूछना चाहिए कि क्या आपको नौकरी बदलनी चाहिए. यहां बता दें कि एक ही कंपनी में कई कई साल गुजार देना कोई बुरी बात नहीं है, आखिर कंपनी विशेष ने आपकी योग्यता को पहचानकर आपको अवसर दिए होंगे और आपको बतौर सैलरी भत्ता अपेक्षाओं के काफी हद तक अनुरूप मिल रहा होगा. लेकिन फिर भी समय समय पर खुद से यह सवाल करें कि क्या आपको नौकरी बदलनी चाहिए. इसके लिए निम्नलिखित पहलुओं पर गौर कर सकते हैं....

नौकरी चाहे आईटी फील्ड में कर रहे हों या किसी ऐडवर्टाइजिंग एजेंसी जैसी क्रिएटिव फील्ड में, बहुत जरूरी है कि आप जहां भी काम कर रहे हैं वहां काम करने के अलावा और साथ साथ कुछ न कुछ न सीख भी रहे हों. यह सीखना आपकी करियर ग्रोथ के लिए जरूरी है. जो अवसर या जिम्मेदारियां आपको दी जा रही हैं, क्या वे कहीं कहीं आपको कुछ न कुछ सिखाती भी हैं या नहीं... इस पर गहरे से सोचें. हो सकता है प्रतिदिन आप कुछ न कुछ न सीखें लेकिन यदि आपकी मौजूदा जॉब आपकी स्किल या पर्सनैलिटी ग्रोथ में कहीं से कोई मदद नहीं करती तो नौकरी बदलने पर विचार करें.

जिस जगह पर आप हैं, उसी जगह पर बने हुए हैं. यानी, न तो आपकी प्रमोशन हो रही है और न ही आपके काम व जिम्मेदारियों में कोई परिवर्तन किया जा रहा हैं. जरा सोचिए, चाहे कंपनी कितनी भी बड़ी क्यों न हो, यदि वहां आपके लिए तरक्की की कोई गुंजाइश नहीं है तो वह कंपनी आपके लिए निश्चित रूप से फायदेमंद नहीं है और नौकरी बदलने के लिए आपको तुरंत ही लेकिन ठंडे दिमाग से सोचना शुरू कर देना चाहिए.

एक महत्वपूर्ण बात आपकी कंपनी से जुड़ी... क्या आपकी कंपनी में नियमित रूप से प्रबंधन के स्तर पर शफलिंग हो रही है. यदि हां तो इससे ये संकेत तो मिलता ही है कि नेतृत्व के स्तर पर या फिर रणनीतिक रूप से कंपनी की दशा और दिशा में कोई न कोई हलचल हो रही है. लेकिन यदि नेतृत्व या प्रबंधन के स्तर पर ऐसा कुछ हो भी रहा है तो आनन फानन में नहीं लेकिन रणनीतिक रूप से आपको अपना ठिकाना बदलने के बारे में सोचना शुरू कर देना चाहिए. आपको अपनी प्राथमिकताओं, करियर ग्रोथ, तरक्की को इन कारकों से प्रभावित न होने देने की कोशिश करनी चाहिए.

नौकरी करने में मजा नहीं आ रहा? यदि हां तो फिर से सोचिए.. हो सकता है कि नौकरी या आपका काम आपको भाता तो हो लेकिन लंबे समय से आपको काम को लेकर पैशन महसूस न हो रहा हो. ऐसा कई कारणों से हो रहा हो सकता है. हो सकता है बार बार कोशिश के बाद भी आपको सही अवसर न मिल रहे हों और मौजूदा काम में निराशाजनक उदासीनता आने लगी हो.

क्या आपके काम या ऑफिस का रूप स्वरूप ऐसा है कि आपका स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा हो? यदि हां तो नौकरी बदलने के बारे में जरूर सोचिए. यदि काम का नकारात्मक वातावरण, काम का ढंग या काम के घंटे जैसे महत्वपूर्ण कारक आपको मानसिक, शारीरिक या मनोवैज्ञानिक रूप से लंबे समय तक बुरी तरह से प्रभावित कर रहे हों तो नौकरी बदल लेनी चाहिए.

क्या आपको लगता है कि आपकी योग्यता के अनुरूप आपके काम को पहचान नहीं मिल रही हो. या फिर यह भी हो सकता है जो कुछ आप कर सकते हों, उसे मैनेजमेंट रिकगनाइज ही न कर पा रहा हो. इसकी वजह आपके बॉस के साथ आपकी संबंध भी हो सकते हैं और यह भी हो सकता है कि कंपनी को आपकी उस योग्यता विशेष की आवश्यकता हो ही नहीं.. यदि कारण दूसरा है तो इसमें आप कुछ नहीं कर सकते सिवाए जॉब सर्च के. लेकिन यदि कारण पहला है (बॉस के साथ संबंधों का मामला..) तो उनसे संबंध सुधारने की कोशिश करें. उन्हें तरीके से बताएं कि आप क्या कर सकते हैं और क्या नहीं.. यदि फिर भी बात न बने तो नौकरी ढूंढना शुरू कर दें.

यह कारण सबसे आखिर में लिखा जा रहा है लेकिन नौकरी बदलने के पीछे यह सबसे बड़ा कारण हो सकता है.  क्या आप कंपनी में किसी प्रकार के उत्पीड़न और अत्याचार का सामना कर रहे हैं? यह प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से हो सकता है. गाली गलौज, यौन शोषण या यौन उत्पीड़न, किसी प्रकार के भेदभाव के खिलाफ यदि संभव हो तो एचआर विभाग या फिर अपने रिपोर्टिंग मैनेजर से बात करें लेकिन यदि इससे भी बात न बने तो दूसरी कंपनियों में अपनी योग्यता व प्राथमिकताओं के मुताबिक वेकेंसियों पर नजर रखें और मौका मिलते ही स्विच करने का प्रयत्न करें.

एक जरूरी बात,
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लेखकPooja Prasad
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