भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) चाहता है कि विमानन कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस के प्रवर्तक कंपनी को पटरी पर लाने के लिये माह के अंत तक एक अरब डॉलर (करीब 5,400 करोड़ रुपये) किसी भी स्रोत से जुटाएं। एसबीआई ने किंगफिशर को सर्वाधिक कर्ज दिया हुआ है।
विश्व आर्थिक मंच पर भारत शिखर सम्मेलन के दौरान एसबीआई के चेयरमैन प्रतीप चौधरी ने कहा, ‘‘..विमानन क्षेत्र पूंजी खपाने वाला क्षेत्र है। मुझे लगता है कि एक अरब डालर शुरूआत के लिए अच्छा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने उनसे 30 नवंबर तक पूंजी जुटाने को कहा है..।’’
यह पूछे जाने पर कि 30 नवंबर के बाद क्या होगा, उन्होंने कहा, ‘इस बारे में कोई हां या नहीं में उत्तर नहीं हो सकता।’ एयरलाइंस को कर्ज देने वाले 17 बैंकों के समूह के अगुवा एसबीआई ने किंगफिशर को 1,200 करोड़ रुपये का कर्ज दिया हुआ है। बैंकों के समूह ने कंपनी को कुल 7,000 करोड़ रुपये का कर्ज दिया हुआ है।
चौधरी ने कहा कि कर्ज में डूबी कंपनी को दिया गया कर्ज गैर-निष्पादित परिसंपत्ति है और एसबीआई ने रिजर्व बैंक के नियमों के मुताबिक इसके लिए प्रावधान कर रखा है। किंगफिशर का घाटा 8,000 करोड़ रुपये का है और उस पर 7,524 करोड़ रुपये का कर्ज है।