बिजली मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि कमजोर मॉनसून की वजह से पनबिजली परियोजनाओं से उत्पादन में कमी और कोयले की उचित मात्रा में उपलब्धता के अभाव से ताप बिजली परियोजनाओं का उत्पादन प्रभावित हो रहा है।
गोयल ने कहा, कमजोर मॉनसून की वजह से पनबिजली परियोजनाएं अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रही हैं, जिससे ताप बिजली परियोजनाओं पर दबाव पड़ रहा है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार कोयले का स्टॉक घटने की वजह से उत्तरी क्षेत्र को 5,000 मेगावाट बिजली की कमी का सामना करना पड़ रहा है।
टाटा पावर के ट्रांबे संयंत्र की एक यूनिट बंद होने की वजह से मंगलवार को दक्षिण व मध्य मुंबई के कई इलाकों को भारी बिजली संकट का सामना करना पड़ा।
इस बीच, बिजली मंत्री गोयल ने बिजली संकट से जूझ रहे पांच राज्यों - महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, राजस्थान और पंजाब के अधिकारियों के साथ बैठक की। ये राज्य अडाणी पावर के 4,620 मेगावाट के ताप बिजलीघर व टाटा पावर की 4,000 मेगावाट की अति वृहद बिजली परियोजना से बिजली खरीद रहे हैं।
ये दोनों संयंत्र ही मुंदड़ा गुजरात में हैं। इन दोनों कंपनियों ने अपने बिजली संयंत्र की कुछ इकाइयों को बंद कर दिया है, जिसकी वजह से ये राज्य बिजली संकट का सामना कर रहे हैं।