पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज यहां रिलायंस इंडिया लिमिटेड के प्रमुख मुकेश अंबानी और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के प्रमुख एन चंद्रशेखर सहित शीर्ष उद्योगपतियों से मुलाकात की और कहा कि अच्छी कार्य संस्कृति के साथ राज्य में अब निवेश का बेहतर माहौल है।
मुख्यमंत्री ने उद्योग जगत के करीब 40 शीर्ष नेताओं के साथ एक घंटे तक चली बैठक के बाद संवाददाताओं को यह बताया। उन्होंने कहा कि इससे पहले हड़तालें होने से उद्योगों को नुकसान होता था। तृणमूल कांग्रेस के सत्ता में आने पर हड़ताल से काम के घंटे में होने वाले नुकसान में कमी आई है।
ममता ने कहा कि इन दिनों कार्य संस्कृति बहुत अच्छी है और हम किसी हड़ताल या बंद का समर्थन नहीं करते। हमारा मानना है कि उद्योगपतियों और कामगारों के बीच अच्छा संबंध होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने एक विस्तृत भूमि उपयोग नीति बनाई है और एक नियुक्ति बैंक बनाने के अलावा औद्योगिक उद्देश्यों के लिए 10,000 एकड़ का एक भूमि बैंक भी बनाया है।
सिंगूर भूमि विवाद पर ममता ने टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा कि यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है, लेकिन उन्होंने कहा कि सर्वश्रेष्ठ समाधान उद्योग और किसानों को खुश करेगा। उन्होंने कहा, मैंने सिंगूर में जो कुछ भी किया उसे लेकर मुझे गर्व है। मैं उद्योग के पक्ष में हूं और मैं कृषि के भी पक्ष में हूं। घबराइए नहीं, उद्योग धंधे भी फूलेंगे फलेंगे और कृषि भी अच्छी होगी।
गौरतलब है कि सिंगूर में भूमि अधिग्रहण का तृणमूल के विरोध के चलते टाटा समूह को अपनी नैनो कार परियोजना पश्चिम बंगाल से गुजरात ले जाने के लिए मजबूर होना पड़ा था। ममता ने राज्य में निवेश के अवसरों को गिनाते हुए दावा किया कि मुकेश अंबानी ने पश्चिम बंगाल को बैठक में ‘सोने की खान’ कहा है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने कोलकाता में एक वित्तीय केंद्र बनाने का फैसला किया है, जिसमें एक ‘वर्ल्ड ट्रेड सेंटर’ भी होगा।