देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) ने गुरुवार को कहा कि सरकार को वाहन क्षेत्र को भारत और यूरोपीय संघ के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते से बाहर रखना चाहिए क्योंकि ऐसी पहल से देश में रोजगार पैदा करने के मौके कम होंगे।
मारुति सुजुकी के प्रमुख (कापरेरेट मामले) राहुल भारती ने फिक्की के एक समारोह में कहा, ‘कार जैसे मूल्यवर्धित उत्पादों को यूरोपीय संघ के साथ होने वाले मुक्त व्यापार समझौते से बाहर रखा जाए क्योंकि इसका अर्थव्यवस्था, रोजगार और क्षमता पर भारी असर होता है।’
उन्होंने कहा कि व्यापार नीति को निवेश प्रोत्साहित करना चाहिए न कि आयात को।