देश में ज्यादातर लोग नकद लेन-देन के बजाए अपने सौदों के लिये मोबाइल भुगतान अपनाने को तैयार हैं. नोटबंदी के बाद से सरकार की कोशिश भी यही है कि देश कैशलेस अर्थव्यवस्था की ओर बढ़े. ऐसे में एक रिपोर्ट में कही गई यह बात सकारात्मक संकेत देती है.
एक रिपोर्ट में यह कहा गया है. ‘वीजा मोबाइल पेमेंट रेडिनेस सर्वे’ के अनुसार ग्राहकों का यह भी मानना है कि मोबाइल का इस्तेमाल कर भुगतान समय बचाने वाला है. इसमें कहा गया है, ‘‘जब दुकानों में भुगतान की बात आती है, देश में ज्यादातर ग्राहक घरों पर नकदी छोड़ने और मोबाइल भुगतान के उपयोग को तैयार हैं.’’
सर्वे में 1,000 ग्राहकों से खरीद में मोबाइल फोन के उपयोग को लेकर उनके रुख के बारे में पूछा गया था. इसमें पाया गया कि 93 प्रतिशत प्रतिभागियों ने इलेक्ट्रानिक भुगतान के उपयोग में रुचि दिखायी.
वीजा ग्रुप के क्षेत्रीय प्रबंधक (भारत और दक्षिण एशिया) टी आर रामचंद्रन ने कहा, ‘‘नोट और सिक्कों के उपयोग की तुलना में नकद रहित भुगतान त्वरित और ज्यादा आसान है.’’ वीजा के अनुसार पिछली तिमाही में देश में भुगतान मात्रा में करीब 75 प्रतिशत की वृद्धि हुई और प्रसंस्कृत लेन-देन की संख्या दोगुनी से अधिक हो गयी. सर्वे के अनुसार करीब 89 प्रतिशत प्रतिभागी इस बात से अवगत हैं कि मोबाइल भुगतान का उपयोग छोटे मूल्य की रोजाना की खरीद में किया जा सकता है.
(न्यूज एजेंसी भाषा से इनपुट)