वैश्विक वित्तीय सेवा कंपनी मोर्गन स्टेनली ने इस साल भारत के लिए अपने वृद्धि दर अनुमान को संशोधित कर 7.7 प्रतिशत किया, जबकि पहले उसने यह दर 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था।
फर्म का कहना है कि सार्वजनिक खर्च, एफडीआई व खपत के बलबूते पर वृद्धि सुधार का दायरा बढ़ने के मद्दनेजर उसने उक्त सकारात्मक बदलाव किया है। फर्म ने एक अनुसंधान पत्र में कहा है, 'हम 2016 के लिए अपने वृद्धि दर अनुमान को 7.5 प्रतिशत से बढाकर 7.7 प्रतिशत तथा 2017 के लिए 7.7 प्रतिशत से बढाकर 7.8 प्रतिशत कर रहे हैं।'
इसके अनुसार मार्च 2016 को समाप्त तिमाही में जीडीपी आंकड़े अपेक्षा से कहीं मजबूत रहने के कारण भी उसने यह बदलाव किया है।
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