भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने सोमवार को कहा कि कॉल ड्रॉप से संबंधित नए नियम एक सप्ताह में जारी किए जाएंगे. नियामक नए मोबाइल सेवा गुणवत्ता नियम जारी करने की तैयारी कर रहा है, जिसके तहत कॉल ड्रॉप पर भी नियम शामिल होंगे.
इसके अलावा ट्राई की योजना अगले दौर की स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए सार्वजनिक विचार-विमर्श अगस्त में शुरू करने की है. यह 5जी सेवाओं के लिए स्पेक्ट्रम के साथ प्रीमियम 700 मेगाहर्ट्ज बैंड पर केंद्रित होगी.
दूरसंचार ऑपरेटरों ने सरकार से अगले दौर की स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए धीमी रफ्तार से चलने की मांग की है, क्योंकि यह क्षेत्र गंभीर वित्तीय संकट में है.
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ट्राई के चेयरमैन आरएस शर्मा ने कहा, 'विचार-विमर्श से यह मुद्दा हल होगा कि हमें नीलामी करनी चाहिए या अभी नहीं करनी चाहिए. आरक्षित मूल्य क्या होगा. इसके बारे में अंशधारकों की राय ली जाएगी. उसके बाद प्राधिकरण इस पर अपना रुख तय करेगा.' उन्होंने कहा, 'मोबाइल फोन के लिए सेवाओं की गुणवत्ता के संशोधित मानदंडों के साथ हम लगभग तैयार हैं. इन्हें एक सप्ताह में जारी किया जाएगा.'
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समझा जाता है कि नियामक रेडियो लिंक टाइम आउट प्रौद्योगिकी (आरएलटी) के बारे में भी कड़े मानदंड लाएगा. आरोप है कि दूरसंचार कंपनियां इसका इस्तेमाल कथित रूप से कॉल ड्रॉप के मामलों को कम करने के लिए कर रही हैं. इस प्रौद्योगिकी के जरिये ग्राहक के खराब नेटवर्क कवरेज क्षेत्र में जाने पर भी कॉल कटती नहीं है और उपभोक्ता को इसके लिए बिल देना पड़ता है.
ट्राई को उम्मीद है कि अगले दौर की स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए परिचर्चा पत्र अगस्त में आएगा. शर्मा ने कहा, 'परिचर्चा पत्र का मसौदा तैयार है. हम इसे एक पखवाड़े में अंतिम रूप देंगे. अगस्त के पहले सप्ताह तक इसे जारी कर दिया जाएगा.'
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)