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आकर्षक बुनियादी ढांचे का सपना हो रहा साकार, चार साल में हुये अतुलनीय कार्य : नितिन गडकरी

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि पिछले चार साल के दौरान देश में बुनियादी ढांचागत सुविधाओं के क्षेत्र में अतुलनीय कार्य हुये हैं और सरकार पूर्वोत्तर तथा जम्मू कश्मीर में गतिशील और आकर्षक ढांचागत सुविधायें खड़ी करने के लिये दो लाख करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं पर काम कर रही है.
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NDTV Profit हिंदी03:47 PM IST, 30 May 2018NDTV Profit हिंदी
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केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि पिछले चार साल के दौरान देश में बुनियादी ढांचागत सुविधाओं के क्षेत्र में अतुलनीय कार्य हुये हैं और सरकार पूर्वोत्तर तथा जम्मू कश्मीर में गतिशील और आकर्षक ढांचागत सुविधायें खड़ी करने के लिये दो लाख करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं पर काम कर रही है.

उन्होंने कहा कि यह कार्य कई बड़ी परियोजनाओं के अलावा है जिस पर काम पहले से जारी है. इसमें राजमार्गों के लिये 5 लाख करोड़ रुपये की भारतमाला परियोजना तथा बंदरगाहों के लिये 14 लाख करोड़ रुपये की सागरमाला परियोजना शामिल हैं. गडकरी ने बातचीत में कहा , ‘‘जब मैंने केंद्र में मंत्री का पदभार संभाला , मैंने एक सपना देखा था कि भारत में आकर्षक गतिशील बुनियादी ढांचा हो. धीरे - धीरे मैं देख रहा हूं कि यह साकार हो रहा है. ’’ 

उन्होंने दावा किया , ‘‘पिछले चार साल के दौरान कई परियोजनाओं की शुरुआत की गई और इस क्षेत्र में अतुलनीय काम हुए हैं. हमने इतना काम किया कि यह कांग्रेस के 50 साल के शासन के दौरान किये गये कार्यों से भी आगे निकल गया.’’ 

सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा कि इस साल उनका ध्यान चारधाम और मानसरोवर के लिये संपर्क मार्ग परियोजनाओं पर होगा. उन्होंने कहा , ‘‘ हम चारधाम के लिये बारहमासी सड़क बना रहे हैं जो देश के लिये काफी महत्वपूर्ण है. परियोजना की लागत 12,000 करोड़ रुपये है. मानसरोवर के मामले में 70 प्रतिशत काम हो चुका है. केवल 30 प्रतिशत काम बचा है. इसका कारण कठिन परिस्थतियां हैं. तापमान तीन डिग्री तक चला जाता है. ’’ 

पोत परिवहन , जल संसाधन और गंगा संरक्षण मंत्रालय की भी जिम्मेदारी संभाल रहे गडकरी ने कहा कि हरित मार्गों का नेटवर्क बनाने का काम जारी है. इसमें 44,000 करोड़ रुपये की लागत वाला दिल्ली - मुंबई एक्सप्रेसवे शामिल है. इसका पहला चरण वडोदरा - मुंबई मार्ग पर काम जल्दी शुरू होगा. इससे दोनों महानगरों की दूरी 125 किलोमीटर कम हो जाएगी. यह नया मार्ग दिल्ली के रिंग रोड से जयपुर - अलवर होगा और वहां से यह सवाई माधोपुर और फिर वडोदरा होते मुंबई तक जाएगा. 

सरकार की चंबल एक्स्रपेसवे के निर्माण की भी योजना है जिसे दिल्ली - मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा. इससे मध्य प्रदेश और राजस्थान को लाभ होगा. इसके अलावा 7,000 करोड़ रुपये की द्वारका एक्सप्रेसवे परियोजना पर भी जल्दी काम शुरू हो सकता है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक पखवाड़े के भीतर इसकी आधारशिला रख सकते हैं. 

जम्मू कश्मी और पूर्वोत्तर के बारे में गडकरी ने कहा , ‘‘ हमने अकेले जम्मू कश्मीर में 60,000 करोड़ रुपये का काम शुरू किया है. हम वहां सुरंग और सड़कें बना रहे हैं. हम पूर्वोत्तर क्षेत्र में 1.5 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं. हम उन पिछड़े क्षेत्रों में काम कर रहे हैं जहां लो ग यह सोचते थे कि कोई भी उनकी समस्या पर ध्यान नहीं देता. ’’ 

गंगा परियोजना के बारे में उन्होंने कहा कि करीब 80 प्रतिशत काम अगले मार्च तक पूरा हो जाएगा. गडकरी ने कहा कि इसके अलावा हम इलेक्ट्रिक वाहनों तथा वैकल्पिक ईंधन पर भी काम कर रहे हैं.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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