उर्वरक मंत्री अनंत कुमार ने कहा है कि यूरिया कीमतों को बढ़ाने का कोई प्रस्ताव नहीं है तथा दरें मौजूदा स्तर पर रहेंगी। देश में सर्वाधिक इस्तेमाल यूरिया खादों का होता है और यह एकमात्र नियंत्रित किया जाने वाला उर्वरक है और इसका बिक्री मूल्य 5,360 रुपये प्रति टन निर्धारित किया गया है।
मंत्री ने कहा, मौजूदा समय में यूरिया की कीमतों को बढ़ाने का कोई प्रस्ताव नहीं है, कीमतें पूर्व स्तर पर रहेंगी। इस सप्ताह के पूवार्ध में उर्वरक मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा था कि बाजार में कीमत वृद्धि के बारे में कुछ अफवाहें थीं, जिसके कारण उर्वरक कंपनियों के शेयरों में तेजी आई। अधिकारी ने कहा कि कीमतों में वृद्धि करने का कोई प्रस्ताव नहीं था।
उर्वरक उद्योग समन्वय समिति द्वारा आकलन किए जाने वाले उत्पादन लागत और निर्धारित बिक्री मूल्य के बीच के अंतर का भुगतान उर्वरक उद्योग को सब्सिडी के रूप में किया जाता है।