नोटबंदी के बाद से देश में प्लास्टिक मनी और मोबाइल वॉलेट का चलन खूब बढ़ा है, कई छोटी-छोटी दुकानों में भी इसके बोर्ड टंगे मिल जाएंगे लेकिन कई दुकानदारों का कहना है कि उन्होंने मोबाइल वॉलेट का बोर्ड तो लगा लिया लेकिन इससे कारोबार में कोई खास फर्क नहीं पड़ा.
पुरानी किताबों की दुकान से लेकर वड़ा-पाव की दुकान तक मुंबई के परेल इलाके में आपको मोबाइल वॉलेट का बोर्ड मिल जाएगा. सैलून चलाने वाले सागर ने भी यही सोचकर महीने भर पहले पेटीएम (Paytm) की सेवा ली थी लेकिन कहते हैं कोई खास फायदा नहीं हुआ. उन्होंने कहा- लोग बाल कटवाकर दाढ़ी बनवाकर चले जाते हैं, कई बार पैसा आता नहीं है. नाहर शेख दो साल से परेल स्टेशन के बाहर जूस की दुकान लगाते हैं. नोटबंदी में धंधा कम हुआ तो मोबाइल वॉलेट लिया लेकिन अब कह रहे हैं कि इसकी सेवा बंद करने वाले हैं. बोले- मुझे कोई फायदा नहीं हुआ, धंधा अभी भी वैसे ही चल रहा है अब मैं इसको हटाने वाला हूं.