खुदरा दवा विक्रेताओं के शीर्ष संगठन एआईओसीडी ने दवाओं की ऑनलाइन बिक्री को 'अवैध' बताते हुए 23 नवंबर को राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है. इस संगठन के देश भर में करीब आठ लाख सदस्य हैं जो दवाओं की बिक्री और वितरण के कार्य में शामिल हैं.
एआईओसीडी के अध्यक्ष जेएस शिंदे ने एक बयान में कहा कि हमने केंद्र सरकार के इंटरनेट पर दवाओं की बिक्री (ई-फार्मेसी) को विनियमित करने के कदम का विरोध किया है. हमने लोगों के स्वास्थ्य और आठ लाख दवा विक्रेताओं और 80 लाख कर्मचारी एवं उनके हितों को ध्यान में रखते हुए 23 नवंबर को देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है.
शिंदे ने कहा कि कई अदालतों ने भी ऑनलाइन दवाओं की बिक्री से सार्वजनिक स्वास्थ्य पर पड़ने वाले गंभीर प्रभाव पर विचार रखे हैं लेकिन सरकारी अधिकारी इस मुद्दे की गंभीरता को नहीं समझ रहे हैं.
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