प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शुक्रवार को पूंजी बाजार के नियामक सेबी को भेदिया कारोबार की घातक बुराई को समूल नष्ट करने के लिए कहा। प्रधामंत्री ने कहा कि संस्थान की भावी प्रभावशीलता इसी पर निर्भर होगी।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की रजत जयंती समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "सेबी की भावी प्रभावशीलता का एक महत्वपूर्ण संकेतक भेदिया कारोबार जैसी अपरिभाषेय किंतु अत्यंत घातक रोग को जड़ से उखाड़ फेंकने की इसकी क्षमता पर निर्भर होगा।"
मनमोहन सिंह ने कहा कि भारतीय प्रतिभूति बाजार का आकार और जटिलता का तीव्र गति से विकास हो रहा है। उन्होंने कहा, "हर रोज हम पहले से कहीं ज्यादा जटिलता के साथ नए उत्पाद को विकसित होते देख रहें। प्रौद्योगिकी में विकास के परिणाम स्वरूप कारोबारी प्रक्रिया में तेजी आई है।"
इस अवसर पर केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने सेबी से छोटे निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए निर्भय हो कर काम करने को कहा।
चिदंबरम ने कहा, "निर्भीक नियामक बनिए। किसी के तरफ नहीं झुकें, किसी के सामने सिर नहीं नवाएं।"