रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India - आरबीआई) के गवर्नर रघुराम राजन ने केंद्र सरकार की ओर से दबाव के बावजूद मंगलवार को प्रमुख ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया, और रेपो रेट को आठ प्रतिशत पर बरकरार रखा। रेपो रेट के अलावा सीआरआर सहित किसी अन्य नीतिगत दर में भी कोई परिवर्तन नहीं किया गया है।
उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक ने मई, 2013 के बाद से प्रमुख ब्याज दरों में कोई कटौती नहीं की है, जबकि खुदरा मुद्रास्फीति की दर अक्टूबर में 5.5 फीसदी के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ चुकी है।
आरबीआई ने अपनी प्रमुख ऋण दर - रिपर्चेज दर - यानि रेपो रेट (Repo Rate), जिस पर वाणिज्यिक बैंक सीमित अवधि के लिए रिजर्व बैंक से ऋण लेते हैं, को आठ प्रतिशत पर ही बरकरार रखा है। उधर, नकद आरक्षित अनुपात (Cash Reserve Ratio - CRR) में भी चार प्रतिशत पर कोई परिवर्तन नहीं किया गया है।
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दूसरी ओर, चूंकि रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है, इसलिए रिवर्स रेपो रेट, जिस पर रिजर्व बैंक अन्य बैंकों से सीमित अवधि के लिए उधारी लेता है, स्वत: सात प्रतिशत पर बरकरार रहेगी।