आरबीआई आज अपनी मौद्रिक नीति की समीक्षा करेगा. उम्मीद की जा रही है कि रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की जा सकती है, जिससे होम लोन और ईएमआई सस्ती हो सकती है. महंगाई दर 4 फीसदी तक पहुंच चुकी है इसलिए उम्मीद जताई जा रही है कि रिजर्व बैंक से राहत मिल सकती है. इससे पहले चार दफे रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया और फिलहाल रेपो रेट 6.25% है.
पिछले चार बार से नहीं बदला रेपो रेट
दिसंबर 2016: रेपो रेट (6.25%), रिवर्स रेपो रेट (5.75%) में कोई बदलाव नहीं
फ़रवरी 2017: रेपो रेट (6.25%), रिवर्स रेपो रेट (5.75%) में कोई बदलाव नहीं
अप्रैल 2017: रेपो रेट (6.25%) में बदलाव नहीं, रिवर्स रेपो रेट 5.75% से 6%
जून 2017: रेपो रेट (6.25%), रिवर्स रेपो रेट (6%) में बदलाव नहीं
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मौजूदा दरें
रेपो रेट वह दर है जिसमें रिज़र्व बैंक सभी बैंकों को क़र्ज़ देता है. रेपो रेट घटने का मतलब बैंकों के पास ज़्यादा पैसा
बैंक बाजार को ज्यादा कर्ज दे सकते हैं. मौजूदा रेपो रेट 6.25% है. रिवर्स रेपो रेट वह है दर है जिस पर रिज़र्व बैंक सभी बैंकों को ब्याज देता है. मौजूदा रिवर्स रेपो रेट 5.75% है.
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एसएलआर
स्टैच्यूटरी लिक्विडिटी रेशियो
अपनी कुल देनदारी के अनुपात में रखना होता है सोना
पहले 38.5% हुआ करता था एसएलआर
अब 20.75% है एसएलआर