रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने आज मुख्य नीतिगत ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया लेकिन कहा कि आगे गुंजाइश होने पर केन्द्रीय बैंक इसमें कटौती करने को प्रतिबद्ध है। रघुराम राजन ने यह भी कहा कि चालू वित्त वर्ष में मुद्रास्फीति की स्थिति पहले के अनुमान से बेहतर रहने की उम्मीद है।
मौद्रिक नीति की आज की गई द्वैमासिक समीक्षा के मुताबिक, रिजर्व बैंक की रेपो दर 6.75 प्रतिशत पर बनी रहेगी। साथ ही रिवर्स रेपो रेट भी 5.75 फीसदी पर बरकरार रहेगा। इसी प्रकार नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) भी 4 प्रतिशत पर बरकरार रखी है।
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आरबीआई ने कहा- अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत
आरबीआई ने ऐलान के दौरान कहा कि अर्थव्यवस्था में जल्दी सुधार के संकेत दिख रहे हैं। आरबीआई ने रबी फसल की पैदावार में कमी की स्थिति में मुद्रास्फीति पर नियंत्रण के लिए खाद्य उत्पादों के बेहतर आपूर्ति प्रबंधन का आह्वान किया। आरबीआई ने कृषि वृद्धि पर चिंता जाहिर की और कहा कि इस साल कृषि वृद्धि दर हल्की रहेगी।
वहीं, आरबीआई ने कहा है कि उपभोग मांग को शहरी बाजारों से तो बल मिल रहा है लेकिन ग्रामीण बाजारों से मांग कमजोर ही बनी हुई है। आरबीआई भावी नीतिगत पहल के लिए सातवें आयोग की सिफारिशों का मुद्रास्फीति पर असर देखेगी। आरबीआई जल्दी ही बैंकों की आधार दर निर्धारण के लिए नयी पद्धति तय करेगा जो उनके धन की सीमांत लागत पर आधारित होगी।