ADVERTISEMENT

कच्चे तेल के झटके से बचने को एनआरआई बांड जारी कर सकता है रिजर्व बैंक

कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के विदेशी मुद्रा भंडार पर पड़ने वाले असर को संभालने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक 30 से 35 अरब डॉलर के एनआरआई बांड जारी कर सकता है, जिससे आयात कवर को संतोषजनक स्तर पर रखा जा सकेगा. बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच की रिपोर्ट ब्रेंट के अनुमान को बढ़ाकर 71.8 डॉलर प्रति बैरल कर दिया गया है.
NDTV Profit हिंदीBhasha
NDTV Profit हिंदी11:31 AM IST, 11 May 2018NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
Follow us on Google NewsNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदी

कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के विदेशी मुद्रा भंडार पर पड़ने वाले असर को संभालने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक 30 से 35 अरब डॉलर के एनआरआई बांड जारी कर सकता है, जिससे आयात कवर को संतोषजनक स्तर पर रखा जा सकेगा. बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच की रिपोर्ट ब्रेंट के अनुमान को बढ़ाकर 71.8 डॉलर प्रति बैरल कर दिया गया है.

पहले उसने चालू वित्त वर्ष में इसके 62.5 डॉलर प्रति बैरल पर रहने का अनुमान लगाया था. वित्त वर्ष 2019-20 के लिए इसे 60 डॉलर प्रति बैरल के अनुमान से बढ़ाकर 75.3 डॉलर प्रति बैरल किया गया है. 

शोध रिपोर्ट में कहा गया है कि रिजर्व बैंक को 30 से 35 अरब डॉलर के एनआरआई बांड जारी करने चाहिए क्योंकि कच्चे तेल की ऊंची कीमतों की वजह से चालू वित्त वर्ष में आयात कवर घटकर 9.6 महीने रह जाएगा. प्रस्तावित एनआरआई बांड यदि जारी किए जाते हैं तो यह इसकी चौथी किस्त होंगे. इससे विदेशी मुद्रा भंडार को मजबूत किया जा सकेगा और तेल की ऊंची कीमतों से रुपये को प्रभावित होने से बचाया जा सकेगा.

NDTV Profit हिंदी
लेखकBhasha
NDTV Profit हिंदी
फॉलो करें
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT