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'खुदरा महंगाई 2-6 फीसदी की सीमा में ही रहेगी, दिसंबर में भी हो सकता है रेट कट'

आने वाले महीनों में खुदरा महंगाई रिजर्व बैंक की तय सीमा 2-6 प्रतिशत के बीच रहने की उम्मीद है तथा इसके आधार पर दिसंबर में नीतिगत दरों में 25 आधार अंकों की कटौती की भी संभावना है.
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NDTV Profit हिंदी03:15 PM IST, 21 Aug 2017NDTV Profit हिंदी
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आने वाले महीनों में खुदरा महंगाई रिजर्व बैंक की तय सीमा 2-6 प्रतिशत के बीच रहने की उम्मीद है तथा इसके आधार पर दिसंबर में नीतिगत दरों में 25 आधार अंकों की कटौती की भी संभावना है.

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बाजार सलाह तथा वैश्विक वित्तीय सेवाएं देने वाली कंपनी बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच (बोफाएमएल) की रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक स्तर पर वस्तुओं के भाव में गिरावट के बीच अच्छी बारिश, वृद्धि तथा आयात अपेक्षाकृत सस्ता रहने से मंहगाई का दबाव नियंत्रित रहने की संभावना है.

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फर्म ने अपनी एक ताजा रपट में कहा है कि रिजर्व बैंक अक्टूबर में होने वाली नीतिगत समीक्षा बैठक में ब्याज दर स्थिर रखने के बाद छह दिसंबर की उससे अगली बैठक में इसे प्रतिशत 0.25 अंक घटा सकता है.

बोफाएमएल ने उम्मीद जतायी है कि 2018 के पहले छह महीनों में महंगाई औसतन 4.5 फीसदी रहेगी तथा मार्च तक सामान्य हो कर 4.7 प्रतिशत के स्तर पर रहेगी.

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उसने कहा, ‘‘महंगाई के रिजर्व बैंक की तय सीमा 2-6 प्रतिशत के बीच ही रहने की उम्मीद है. हम इसीलिये उम्मीद करते हैं कि रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति छह दिसंबर को नीतिगत दर प्रतिशत 0.25 अंक घटाएगी.’’
 

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