कच्चे तेल की कीमत 75 डॉलर प्रति बैरल के स्तर को लांघने के साथ ही डॉलर की मांग बढ़ने से रुपया गिरकर 67 रुपये प्रति डॉलर के नीचे 67.13 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया. रुपये का यह 15 माह का निम्न स्तर है.
बाजार सूत्रों ने कहा कि तेल आयातक कंपनियों द्वारा भारी मात्रा में डॉलर खरीद के साथ सटोरिया गतिविधियों के कारण रुपये की धारणा प्रभावित हुई. अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में देर दोपहर के कारोबार में रुपया 67.18 रुपये प्रति डॉलर के निम्न स्तर को छू गया और अंत में यह 26 पैसे अथवा 0.39 प्रतिशत की भारी गिरावट दर्शाता 67.13 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ.
यह आठ फरवरी 2017 के बाद का निम्नतम स्तर है जब यह 67.19 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था. भारतीय रिजर्व बैंक ने आज कारोबार के लिये संदर्भ दर 67.1060 रुपये प्रति डॉलर और 80.1179 रुपये प्रति यूरो निर्धारित की थी.
अंतर मुद्रा कारोबार में पौंड और जापानी येन के मुकाबले रुपये में गिरावट दर्ज हुई जबकि यूरो के मुकाबले इसमें तेजी आई.