तेजी से हवाई यात्रियों की बढ़ती संख्या के कारण देश के विमानन क्षेत्र को अगले दशक तक 2,400 अरब रुपये के भारी निवेश की आवश्यकता होगी. घरेलू क्रेडिट रेटिंग एजेंसी इक्रा की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है. रिपोर्ट के अनुसार, इस साल विमान यात्रियों की संख्या में दहाई अंकों में वृद्धि हुई है जिससे देश इस क्षेत्र में सबसे तेजी से विकास करता बाजार बनकर उभरा है.
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उसने कहा कि अगले दस सालों में हवाई अड्डों को यात्रियों की बढ़ती क्षमता के अनुकूल बनाने में 2,400 अरब रुपये खर्च करने होंगे.
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देश में विभिन्न हवाई अड्डों में पिछले एक दशक में 52 हजार करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं.
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