भारतीय रुपये में मगलवार को चौथे लगातार दिन तेजी बने रहने और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 64 के करीब पहुंच जाने से भारतीय शेयरों में भी उछाल आया और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 700 अंक उछल गया। सेंसेक्स में 2.8 प्रतिशत की इस बढ़ोतरी के साथ ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी सूचकांक भी 200 अंक ऊपर चढ़कर कारोबार कर रहा था।
तीन सप्ताह तक लगातार गिरावट झेलने और निचले स्तर के नित नए रिकॉर्ड बनाने के बाद आंशिक रूप से कन्वर्टिबल भारतीय रुपये में चार दिन से लगातार तेजी का माहौल है, और उसमें लगभग डेढ़ प्रतिशत का उछाल आया है। मंगलवार को कारोबार के दौरान वह 64.17 प्रति अमेरिकी डॉलर के भाव पर पहुंच गया।
शुक्रवार को डॉलर की तुलना में रुपया 65.24 पर बंद हुआ था। सोमवार को गणेश चतुर्थी के कारण बाजार बंद रहे थे।
बताया जा रहा है कि निर्यात में वृद्धि से भी बाजार को बल मिला है और रुपये की स्थिति में सुधार हुआ है। अगस्त में भारत का निर्यात ने दहाई के आंकड़े को छू लिया और आयात पर अभी नियंत्रण है। भारत के वाणिज्य सचिव एसआर राव ने इस बात की जानकारी दी।
रुपये में मजबूती की एक वजह यह भी बताई जा रही है कि अमेरिका में नौकरियों के सृजन के आंकड़ों में बहुत ज्यादा सुधार नहीं दिखाई दिया। साथ ही सरकार ने आर्थिक पैकेज में धीरे-धीरे कमी करने का ऐलान भी किया है।
इसके अलावा कहा जा रहा है कि आरबीआई के नए गवर्नर रघुराम राजन द्वारा की गई घोषणाओं का भी बाजार पर असर पड़ा है। बाजार ने राजन की घोषणा को सकारात्मक रूप से लिया है।