शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले आज रुपया आठ पैसे टूटकर 65.15 पर खुला. इसकी अहम वजह बैंकों और आयातकों की ओर से डॉलर की मांग बढ़ना है. मुद्रा कारोबारियों के अनुसार, विदेशी पूंजी की निकासी एवं अन्य विदेशी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर के मजबूत होने की वजह से रुपया में गिरावट देखी गई है.
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हालांकि सरकार की सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का पुन: पूंजीकरण करने के लिए 2.11 लाख करोड़ रुपये डालने की घोषणा से घरेलू मुद्रा में यह गिरावट थम गई. कल डॉलर के मुकाबले रुपया पांच पैसे कमजोर रहकर 65.07 पर बंद हुआ था.
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वहीं सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में दो साल में 2.11 लाख करोड़ रुपये की पूंजी डालने की आक्रामक योजना से आज बाजार भी झूम उठा है. सेंसेक्स ने पहली बार किया 33,000 का आंकड़ा पार किया और निफ्टी अभी तक की सर्वोच्च ऊंचाई 10,340.55 पर पहुंच गया.