देश में नोटबंदी (demonetisation) के बाद डिजिटल पेमेंट पर जोर दिया जा रहा है. सरकार चाहती है कि हम कैशलेस अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ें. पेटीएम (Paytm) जैसे पेमेंट ऑप्शन इसी कोशिश की सुपरहिट होती पहल हैं. अब खबर है कि
दक्षिण कोरियाई तकनीकी दिग्गज सैमसंग अपने मोबाइल पेमेंट वॉलेट को 2017 की पहली छमाही में भारतीय बाजार में पेश करने जा रही है.
माशाबले इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, सैमसंग ने सैंमसंग पे को भारत में लाने के लिए अमेरिकन एक्सप्रेस से साझेदारी की है और देश में सैमसंग पे के लॉन्च होने के बाद घरेलू ईवॉलेट दिग्गजों को कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा. वहीं, न्यूज एजेंसी भाषा से मिली जानकारी के मुताबिक, सैंमसंग पे (Samsung Pay) भारत में लाने के लिए वीजा और मास्टरकार्ड जैसे दिग्गजों के साथ भी बातचीत की जा रही है.
माशाबले की रिपोर्ट के मुताबिक, सैमसंग ने इस सेवा का दिसंबर 2016 से ही भारत में परीक्षण शुरू कर दिया है. इस हफ्ते की शुरुआत में कंपनी ने भारत में नोट 5 स्मार्टफोन का अपडेट जारी किया था, जिसके साथ सैमसंग पे ऐप भी दिया गया है. हालांकि सैमसंग पे केवल महंगे और प्रीमियम सैमसंग स्मार्टफोन के साथ ही काम करेगा, जिससे इसकी पहुंच सीमित होगी.
एनएफसी सपोर्ट के अलावा सैमसंग पे, मैग्नेटिक सिक्योर ट्रांसमिशन (एमएसटी) सपोर्ट के साथ आता है। इसके जरिए उन सभी आउटलेट पर पेमेंट किया जा सकता है जो कार्ड-स्वैपिंग प्रक्रिया ऑफर करते हैं. मार्केट रिसर्च फर्म काउंटरपॉइंट के हवाले से भाषा ने बताया कि भारत में गैलेक्सी एस 6, एस 6 एज, एस 6 एज प्लस, एस 7, एस 7 एज और नोट 5 (केवल इन्हीं मॉडलों पर सैमसंग पे काम करेगा) के 25 लाख से ज्यादा ग्राहक हैं.
चलते चलते बता दें कि आरबीआई के मुताबिक देश में तीन अलग-अलग तरह के मोबाइल वॉलेट हैं. इनमें क्लोज्ड वॉलेट, सेमी-क्लोज्ड वॉलेट और ओपन वॉलेट शामिल हैं. क्लोज्ड वॉलेट को किसी कंपनी विशेष (या ऑनलाइन मर्चेंट) के सामान और सर्विस के लिए ही इस्तेमाल किया जा सकता है. इस तरह के वॉलेट से किसी तरह का कैश जमा नहीं किया जा सकता है. सेमी-क्लोज्ड वॉलेट से भी कोई कैश नहीं निकाला जा सकता. इस तरह के वॉलेट से कई अलग-अलग जगह (मर्चेट लोकेशन) पर सामान और सर्विस के लिए किए जाने वाले पेमेंट का भुगतान किया जा सकता है. बशर्ते मोबइल वॉलेट कंपनी का दूसरी कंपनियों के साथ टाई-अप हो. ओपन वॉलेट से कैश निकाला जा सकता है. इसके अलावा इनका इस्तेमाल भी सेमी-क्लोज्ड वॉलेट की तरह ही किया जा सकता है.