भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बुधवार को कहा कि भारतीय महिला बैंक का भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) में विलय एक अप्रैल को होगा. आरबीआई के अनुसार, महिला बैंक के साथ एसबीआई पांच अन्य सबंद्ध बैंकों का भी विलय होगा.
आरबीआई ने यहां एक वक्तव्य जारी कर कहा, "भारतीय महिला बैंक (बीएमबी) की सभी शाखाएं एक अप्रैल से भारतीय स्टेट बैंक की शाखाओं की तरह कार्य करेंगी. महिला बैंक के ग्राहक और जमाकर्ता एसबीआई के ग्राहक बन जाएंगे."
आरबीआई ने इससे पहले पांच सहायक बैंकों - बीकानेर एवं जयपुर स्टेट बैंक, मैसूर स्टेट बैंक, त्रावणकोर स्टेट बैंक, पटियाला स्टेट बैंक और हैदराबाद स्टेट बैंक - के भारतीय स्टेट बैंक में विलय से संबंधित नोटिस जारी किया था. सरकार ने 20 मार्च को भारतीय महिला बैंक लिमिटेड के अधिग्रहण का आदेश जारी किया था.
सोमवार को केंद्र सरकार ने कहा था कि महिला ग्राहकों तक ज्यादा से ज्यादा पहुंच बनाने के लिए महिला बैंक के स्टेट बैंक में विलय का फैसला लिया गया है.
वित्त मंत्रालय ने कहा था कि इसका उद्देश्य महिलाओं को उचित दर पर कर्ज मुहैया कराना और बड़े नेटवर्क और कम लागत के जरिए महिलाओं के लिए विशेष उत्पाद तैयार करने और मुहैया कराने के उद्देश्य को तेजी से हासिल करना है.
एसबीआई पहले से ही विशेष महिला केंद्रित 126 शाखाएं संचालित कर रहा है, जबकि महिला बैंक की अब तक सिर्फ सात शाखाएं ही थीं.
महिला बैंक की स्थापना 2013 में की गई थी और तब से अब तक महिला बैंक ने 192 करोड़ रुपये का कर्ज महिलाओं को दिया है. वहीं, स्टेट बैंक ने महिलाओं को 46,000 करोड़ रुपये कर्ज दे रखा है.