देश में ऐसे वाहन क्रेताओं की संख्या बढ़ रही है जो पहले नए के बजाय कोई पुराना वाहन खरीदना चाहते हैं। एक अध्ययन के अनुसार तीन साल में ऐसे ग्राहकों की संख्या 10 प्रतिशत बढ़ी है।
कार कंपनियां देश में पुराने या सेकंड हैंड कार कारोबार पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं।
सिंगापुर की फर्म जेडी पावर ने अपने अध्ययन में यह निष्कर्ष निकाला है। इसमें कहा गया है कि नया वाहन खरीदने वाले लगभग 13 प्रतिशत लोग खरीद का फैसला करने से पहले पुरान या सेकंड हैंड वाहन खरीदने पर विचार करते हैं। इनमें से 37 प्रतिशत अपनी खरीदारी के लिए इंटरनेट को माध्यम बनाते हैं।
जेडी पावर के कार्यकारी निदेशक मोहित अरोरा ने कहा, वाहन कंपनियां भारत में इस्तेमाल शुदा कारों के कारोबार पर पहले से अधिक ध्यान दे रही हैं। कंपनियों की वेबसाइटों की जानकारी अधिक पारदर्शी हुई है।