सीमित कारोबार के बीच सतर्कताभरे माहौल में बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स तीन अंक के नुकसान के साथ बंद हुआ।
कंपनियों के कमजोर नतीजों को लेकर बाजार में सतर्कता का रुख है। गैर निष्पादित आस्तियां (एनपीए) बढ़ने की आशंका में भारतीय स्टेट बैंक का शेयर 4 प्रतिशत लुढ़क गया।
कारोबार के दौरान 17,471.37 अंक से 17,590.61 अंक के सीमित दायरे में नीचे-ऊपर होने के बाद अंत में सेंसेक्स 3.13 अंक की गिरावट के साथ 17,557.74 अंक पर बंद हुआ। इससे पिछले दो सत्रों में सेंसेक्स में 41 अंक की गिरावट आई थी। एसबीआई और सन फार्मा के बेहतर तिमाही नतीजों के बावजूद कमजोर वैश्विक रुख से प्रत्येक बढ़त के दौरान बिकवाली का दौर चला।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 2.55 अंक के नुकसान के साथ 5,320.40 अंक रह गया।
आईटी तथा प्रौद्योगिकी कंपनियों के शेयरों में जहां लाभ दर्ज हुआ, वहीं टिकाऊ उपभोक्ता सामान, वाहन और बैंकों के शेयरों में बिकवाली देखने को मिली। हिंदुस्तान यूनिलीवर, स्टरलाइट, मारुति तथा इन्फोसिस के शेयरों में डेढ़ से दो प्रतिशत का लाभ दर्ज हुआ।
भारतीय स्टेट बैंक का चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही का शुद्ध लाभ 137 प्रतिशत बढ़कर 3,752 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है लेकिन बैंक के फंसे कर्ज में बढ़ोतरी से चिंता बढ़ गई है। सन फार्मा के एकीकृत शुद्ध लाभ में अप्रैल-जून तिमाही में 58.79 प्रतिशत का लाभ दर्ज हुआ है। इसके बावजूद कंपनी का शेयर 0.20 प्रतिशत के नुकसान में बंद हुआ।
ब्रोकरों ने कहा कि निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया क्योंकि वे वित्त मंत्री पी चिदंबरम से नीतिगत कदमों की उम्मीद कर रहे हैं। कोटक सिक्योरिटीज के प्रमुख (प्राइवेट क्लाइंट ग्रुप-रिसर्च) दीपेन शाह ने कहा कि बाजार वित्त मंत्री के बयान के बाद कदमों का इंतजार कर रहा है। बाजार को आगे बढ़ाने के लिए सुधार अनिवार्य हैं।