जुलाई में औद्योगिक उत्पादन का पहिया थमने से रिजर्व बैंक द्वारा नीतिगत दरें घटाने की उम्मीद में हुई लिवाली से शेयर बाजार में बुधावार छठे दिन तेजी रही और मुंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 18,000 का स्तर पार कर गया।
यूरोपीय संघ के लिए एक नए प्रोत्साहन पैकेज को जर्मनी की शीर्ष अदालत का समर्थन मिलने की रपटों के बीच वैश्विक बाजारों में तेजी से भी स्थानीय बाजार की धारणा मजबूत हुई।
पिछले पांच कारोबारी सत्रों में 541 अंक की बढ़त हासिल कर चुका सेंसेक्स बुधवार 147.08 अंक चढ़कर 18,000.03 अंक पर बंद हुआ। निवेशकों ने धातु, वाहन, पूंजीगत सामान से जुड़ी कंपनियों के शेयरों में लिवाली की।
इसी तरह, नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 41 अंक उपर 5,431 अंक पर जा पहुंचा।
विनिर्माण, खनन और पूंजीगत सामान क्षेत्रों में खराब प्रदर्शन के चलते जुलाई में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर घटकर महज 0.1 प्रतिशत पर आ गई। इससे बाजार को उम्मीद है कि रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति में नरमी का रुख अपनाएगा।
बैंक आफ अमेरिका मेरिल लिंच के अर्थशास्त्री इंद्रनील सेनगुप्ता ने कहा, ‘जुलाई में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर हमारे अनुमान के मुताबिक रही, हमें सीआरआर में 0.25 प्रतिशत की कटौती किए जाने की उम्मीद है।’