कारोबारी सप्ताह के तीसरे दिन शेयर बाजारों में कारोबार का अंत तेज गिरावट पर हुआ. सेंसेक्स 440 अंक गिरकर 31160 के स्तर पर बंद हुआ. जबकि, निफ्टी 136 अंकों की गिरावट के साथ 9736 के स्तर पर बंद हुआ. कुछ ग्रोथ को लेकर आशंकाओं और कुछ विदेशी माहौल में अनिश्चितताओं के चलते शेयर बाजार सहमे दिखे. यूएस फेड रिजर्व द्वारा दरों में इजाफे की भी संभावनाएं इस गिरावट का कारण रहीं.
पिछले सेशन में शेयर बाजारों में लगातार छठे दिन गिरावट देखी गई थी. बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 27 अंक की गिरावट के साथ करीब एक महीने के न्यूनतम स्तर 31,599.76 अंक पर बंद हुआ था. विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली और कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव की वजह से यह गिरावट आयी. और, आज भी ग्लोबल सेनेरियो के चलते बाजारों में गिरावट दर्ज की गई.
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सुबह सेंसेक्स 198 अंक चढ़ गया और निफ्टी भी 9,900 अंक के पार देखा गया. इसके पीछे अहम वजह रीयल्टी, तेल एवं गैस और बैंकिंग शेयरों के बीच लिवाली का दौर बताया जा रहा है. ब्रोकरों के अनुसार, सितंबर डेरीवेटिवों के कल समाप्त होने को देखते हुए सटोरियों ने अपनी स्थिति को कमजोर किया है. इससे भी शेयर बाजार में तेजी का रुख देखा गया.
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बंबई शेयर बाजार का 30 कंपनियों के शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 197.70 अंक यानी 0.62% चढ़कर 31,797.46 अंक पर खुला. इसी प्रकार एनएसई निफ्टी 49.55 अंक यानी 0.50% चढ़कर 9,921.05 अंक पर खुला है. कारोबारियों के अनुसार अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच तनाव के बावजूद अन्य एशियाई बाजारों में सुधार था.