बंबई शेयर बाजार में कारोबार की शुरुआत में जो सकारात्मक रुख बना था वह कमजोर वैश्विक संकेतों से कुछ ही देर में नरमी में बदल गया और संवेदी सूचकांक करीब 22 अंक नीचे आ गया. रिजर्व बैंक की द्वैमासिक मौद्रिक समीक्षा में चालू वित्त वर्ष के लिये आर्थिक वृद्धि के अनुमान को कम कर 7.3 प्रतिशत करने से बाजार में सतर्कता का रख रहा. रिजर्व बैंक ने किसानों की कर्ज माफी को लेकर भी चिंता जताई है.
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स कारोबार के शुरुआती दौर में 21.53 अंक गिरकर 31,249.75 अंक पर आ गया. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 14.85 अंक गिरकर 9,649.05 अंक रह गया. सूचना प्रौद्योगिकी, रीयल्टी, तेल एवं गैस, बिजली, बैंक और सार्वजनिक उपक्रमों के वर्ग में सूचकांक 2.31 प्रतिशत तक नीचे रहा. इससे पहले कारोबार की शुरुआत सकारात्मक रख में हुई जिसमें बीएसई सेंसेक्स 83 अंक ऊंचा खुला था.
वैश्विक बाजार में आज कारोबार में सतर्कता रही. ब्रिटेन में चुनाव और अमेरिका में एफबीआई के बख्रास्त पूर्व प्रमुख जेम्स कोमी की डोनाल्ड ट्रंप की रूस के साथ साठगांठ की जांच को लेकर बयान देने संबंधी घटनाक्रमों से धारणा प्रभावित रही. एशिया के अन्य देशों में जापान का निक्केई सूचकांक 0.05 प्रतिशत ऊंचा रहा जबकि हांग कांग का हेंग सेंग सूचकांक शुरुआती कारोबार में 0.03 प्रतिशत बढ़ा है. अमेरिका का डाउ जोंस इंडस्ट्रियल एवरेज सूचकांक कल कारोबार की समाप्ति पर 0.18 प्रतिशत गिरकर बंद हुआ.