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शेयर बाजार पर कोरोना का कहर: सेंसेक्स करीब 1950 अंक लुढ़का, निफ्टी में 530 अंक से ज्यादा की गिरावट

ऊर्जा बाजार में प्रमुख तेल उत्पादक देशों के बीच कीमतों को काबू में करने को लेकर कोई सहमति नहीं बन पाने और इसके बाद प्रमुख निर्यातक सऊदी अरब द्वारा कीमत यु्द्ध छेड़ देने के चलते ये गिरावट आई.
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NDTV Profit हिंदी04:12 PM IST, 09 Mar 2020NDTV Profit हिंदी
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वैश्विक बाजारों में सुस्ती के रुख के चलते बंबई शेयर बाजार के सेंसेक्स सूचकांक में सोमवार को भारी गिरावट देखने को मिली. बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1941.67 अंक यानी 5.17 प्रतिशत लुढ़क कर 35,634.95 अंक पर बंद हुआ. इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 538.00 अंक यानी  4.90 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ 10,451.45 अंक पर बंद हुआ. कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ने और कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट के चलते बाजार पर दबाव देखने को मिला. पिछले कारोबारी दिन में बीएसई में 893.00 अंक और निफ्टी में 279.55 अंक की गिरावट हुई थी.

सेंसेक्स की कंपनियों में ओएनजीसी में सबसे ज्यादा 16.26 प्रतिशत की गिरावट आई. रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर 12.35 प्रतिशत गिरे. इंडसइंड बैंक, टाटा स्टील, टीसीएस, आईसीआईसीआई बैंक, बजाज ऑटो, पावरग्रिड, टेक महिंद्रा, एलएंडटी, बजाज फाइनेंस समेत अन्य शेयरों में गिरावट रही.  

शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, सकल आधार पर विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 3,594.84 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 2,543.78 करोड़ रुपये की शुद्ध लिवाली की.

कारोबारियों ने बताया कि तेल कीमतों में भारी गिरावट और वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता के माहौल के देखते हुए घरेलू बाजार में निवेशक सतर्क रूख अपना रहे हैं. उन्होंने कहा कि विदेशी फंडों के बाहर जाने से बाजार की धारणा पर नकारात्मक असर पड़ा. कारोबारियों ने बताया कि येस बैंक के संकट के मद्देनजर देश के बैंकिंग क्षेत्र की स्थिरता को लेकर चिंताएं जताई जा रही हैं. 

इस बीच, वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा करीब 30 प्रतिशत गिरकर 32.11 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर आ गया. ऊर्जा बाजार में प्रमुख तेल उत्पादक देशों के बीच कीमतों को काबू में करने को लेकर कोई सहमति नहीं बन पाने और इसके बाद प्रमुख निर्यातक सऊदी अरब द्वारा कीमत यु्द्ध छेड़ देने के चलते शेयर बाजारों में गिरावट आई.

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